इन 4 राशियों के लिए बेहद शुभ है साल की सबसे बड़ी एकादशी, शुरू होंगे अच्छे दिन
 
                            प्रभु श्री विष्णु को प्रसन्न एवं उनकी विशेष कृपा पाने के लिए एकादशी तिथि बेहद शुभ होती है। इस दिन उपवास रखने से जीवन की सभी परेशानियों का निवारण होने लगता है। हर माह में आने वाली एकादशी तिथि प्रभु श्री विष्णु को समर्पित है। इस दिन विधि अनुसार पूजा करने से मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती हैं तथा घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। प्रत्येक महीने की एकादशी तिथि का अलग महत्व होता है। हालांकि, इनमें ज्येष्ठ माह में आने वाली निर्जला एकादशी को बहुत विशेष माना जाता है।
मान्यता है कि सभी एकादशी के व्रतों में निर्जला एकादशी का व्रत सबसे खास माना जाता है।इस साल निर्जला एकादशी 18 जून 2024 को है। ऐसे में आइए इन भोग के बारे में जान लेते हैं। ज्योतिषविदों का कहना है कि निर्जला एकादशी पर ग्रह-नक्षत्रों की चाल 4 राशियों के लिए शुभ संकेत दे रही है. इन राशियों को आर्थिक मोर्चे पर लाभ हो सकता है.
वृषभ- 
वृषभ राशि के लोगों के व्यापार में उन्नति होगी. कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों का पूरा साथ मिलेगा. धन लाभ मिलने की संभावना ज्यादा है. आपकी आय में बढ़ोतरी होगी. नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं. कार्यस्थल पर काम की प्रशंसा होगी. प्रमोशन-इन्क्रिमेंट जैसे योग बनते नजर आ रहे हैं.
सिंह- 
निर्जला एकादशी से सिंह राशि पर धन वर्षा हो सकती है. आकस्मिक धन लाभ के योग बनते नजर आ रहे हैं. आपकी आय के स्रोत बढ़ सकते हैं.
वृश्चिक- 
वृश्चिक राशि वालों को करियर में कामयाबी प्राप्त होगी. भवन-वाहन का सुख प्राप्त हो सकता है. निवेश के लिए समय उत्तम रहेगा. पैतृक संपत्ति का लाभ हो सकता है. आपको संतान पक्ष से भी शुभ समाचार प्राप्त हो सकता है. पुराने रोग-बीमारियों से राहत प्राप्त होने वाली है. सेहत में सुधार आने से खर्चों में कमी आएगी.
धनु- 
आपको हर कार्य में सफलता प्राप्त होगी. रुके कार्य तेजी से पूरे होंगे. छात्रों के लिए भी समय अनुकूल रहेगा. जीवनसाथी के साथ संबंध मधुर होंगे. आर्थिक लाभ होगा.
 
   
                      Similar Post
- 
                धन-सुख, मन-शांति और तन-कांति के लिए सर्वोत्तम है शरद पूर्णिमा!शरद पूर्णिमा - 6 अक्टूबर 2025, सोमवार शरद पूर्णिमा के दिन चन् ... 
- 
                उत्तराखंड : बदरीनाथ के कपाट 25 नवंबर को बंद होंगेगोपेश्वर, गुरुवार, 02 अक्टूबर 2025। उत्तराखंड के उच्च गढ़वाल हि ... 

 
                                 
 
                             
                
                
                
                 
 
                             
                
                
                
                 
 
                             
                
                
                
                 
 
                             
                
                
                
                 
 
                             
                
                
                
                 
                             
                
                
                  
                             
                
                
                  
                             
                
                
                  
                             
                
                
                  
                             
                
                
                 