रक्षाबंधन पर भद्रा का साया
- जानिए बहनें कब बांध सकेंगी भाई की कलाई पर राखी?
रक्षाबंधन का त्योहार श्रावण माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है. यह त्योहार भाई-बहन को स्नेह की डोर में बांधता है, इस दिन बहन अपने भाई के मस्तक पर टीका लगाकर रक्षा का बन्धन बांधती है, जिसे राखी कहते हैं. वही इस वर्ष रक्षाबंधन पर 19 अगस्त को है. पंचांग के मुताबिक, इस साल भद्रा का साया होने से दोपहर 1 बजकर 32 मिनट के पश्चात् राखी बांधी जायेगी.
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
- 19 को पूर्णिमा तिथि: देर रात 12 बजकर 36 मिनट तक
- भद्रा काल: सुबह से दोपहर 01 बजकर 32 मिनट तक
- शुभ मुहूर्त: दोपहर 01 बजकर 33 मिनट से शाम 06 बजकर 27 मिनट तक
रक्षाबंधन पर भद्रा कब से कब तक
रक्षाबंधन पर भद्रा के प्रारंभ सुबह में 5 बजकर 53 मिनट पर हो रहा है, तत्पश्चात, दोपहर 1 बजकर 32 मिनट तक रहेगा. इस भद्रा का वास पाताल लोक में है. रक्षाबंधन में राखी बांधने से पहले भद्रा काल पर जरुर विचार किया जाता है, क्योंकि ये अशुभ मानी गई है.
शुभ या मांगलिक कार्य भद्रा में करना वर्जित है
भद्रा काल में राखी बांधना अशुभ माना जाता है. इसके अतिरिक्त अन्य कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य भद्रा में करना वर्जित है. इससे अशुभ फल की प्राप्ति होती है. भद्रा के उग्र स्वभाव की वजह से ब्रम्हाजी ने इन्हे पंचाग के एक प्रमुख अंग करण में स्थान दिया. राखी को रोली, अक्षत, फूल, धूप, दीप एवं प्रसाद से पूजा कर मंत्रोचार करते हुए बांधने से सर्वदा मंगल होता है.
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