3 महीने की रिसर्च के बाद पिशाचिनी बन पाई सोनाक्षी सिन्हा
फिल्म निर्माता प्रेरणा अरोड़ा का कहना है कि सोनाक्षी सिन्हा का ‘धन पिशाचिनी’ लुक तीन महीने की रिसर्च का नतीजा है। फिल्म जटाधारा के साथ सोनाक्षी सिन्हा स्क्रीन पर अब तक दिखाई गई सबसे रहस्यमयी और दिव्य मिथकीय शक्तियों में से एक ‘धन पिशाचिनी’ को जीवंत करने जा रही हैं, जो विशेष रूप से दिव्य ऊर्जा, रहस्य और ब्रह्मांडीय संतुलन का प्रतीक है। प्रेरणा अरोड़ा ने बताया कि धन पिशाचिनी असल मायनों में ऊर्जा का दिव्य रूप है। डायरेक्टर्स के पास उनके लुक की एक सोच थी, लेकिन मैंने उसे थोड़े अलग अंदाज़ में देखा। कई चर्चाओं और स्केचेज़ के बाद हम एक ऐसा लुक तैयार कर पाए, जो सिनेमाई रूप से भव्य भी हो और पौराणिक रूप से सच्चा भी। हमने लगभग तीन महीने सिर्फ उनके आभा, गहनों और संपूर्ण डिज़ाइन पर रिसर्च की, ताकि वह सौंदर्य और शक्ति दोनों का संतुलित रूप बन सके। पिशाचिनी न देवी है, न दानवी, बल्कि वह एक ऐसी ऊर्जा है, जो अच्छाई और बुराई, सुंदरता और भय दोनों को समान रूप से धारण करती है। फिल्म जटधारा में सुधीर बाबू और सोनाक्षी सिन्हा के साथ इंदिरा कृष्णन, शिल्पा शिरोडकर, रवि प्रकाश और रोहित पाठक महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं।यह फिल्म सात नवंबर 2025 को हिंदी और तेलुगू में पूरे भारत के सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी।
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