रुपया निचले स्तर से उबरा, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले तीन पैसे मजबूत
घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख के बीच मंगलवार को सीमित दायरे में कारोबार के बाद रुपया अपने अबतक के निचले स्तर से उबरा और अंत में तीन पैसे की बढ़त के साथ 84.69 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि रुपये में गिरावट की मुख्य वजह डोनाल्ड ट्रंप की ब्रिक्स मुद्रा को लेकर दी गई चेतावनी, यूरो क्षेत्र में राजनीतिक अस्थिरता, कमजोर घरेलू समष्टि आर्थिक संकेतक और निरंतर विदेशी पूंजी की निकासी रही।
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि यदि ब्रिक्स राष्ट्र अमेरिकी डॉलर को कमजोर करने के लिए काम करते हैं तो उन देशों से आयात पर 100 प्रतिशत शुल्क लगाया जाएगा। इसके अलावा, निवेशक छह दिसंबर को आने वाली भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जिसमें संभवतः मुद्रास्फीति और वृद्धि के बीच संतुलन पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 84.75 प्रति डॉलर पर खुला। रुपया सीमित दायरे में कारोबार करता हुआ दिन के 84.64 प्रति डॉलर के उच्च स्तर और 84.76 प्रति डॉलर के अपने सर्वकालिक निचले स्तर तक पहुंचा। अंत में 84.69 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ जो पिछले बंद भाव से तीन पैसे की तेजी है।
रुपया सोमवार को 12 पैसे की गिरावट के साथ अपने अबतक के निचले स्तर 84.72 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 106.25 पर रहा। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 1.11 प्रतिशत चढ़कर 72.63 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
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