वास्तु शास्त्र के इन उपायों से दूर हो सकती है मनमुटाव की स्थिति, परिजनों में बढ़ेगा प्रेम

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हर परिवार की सोच यह होती है कि उसके यहाँ पर किसी प्रकार की कोई कलह या लड़ाई झगड़ा परिवार के सदस्यों के बीच में न हो। हालांकि यह बहुत मुश्किल होता है। किसी न किसी बात को लेकर घर परिवार के सदस्यों के बीच खटपट हो जाना आम बात है। जब यह कलह या लड़ाई झगड़ा लगातार बना रहता है तो व्यक्ति देवी देवताओं, पुजारियों और ज्योतिषियों के चक्कर लगाना शुरू कर देता है। इस मामले में वास्तु शास्त्र आपकी समस्याओं का समाधान कर सकता है।

कहा जाता है कि घर में जब नेगेटिव एनर्जी (नकारात्मकता) का प्रभाव बढ़ जाता है तो घर के सदस्यों के बीच मनमुटाव की स्थिति भी बनी रहती है। अगर आप भी अपने घर में सुबह से लेकर शाम तक कलह-क्लेश से परेशान हैं तो कुछ वास्तु उपाय ट्राई कर सकते हैं। आइए डालते हैं एक नजर वास्तु के उन उपायों पर जो आपके घर में पॉजिटिव एनर्जी को बढ़ाने के साथ सुख शांति बनाए रखने में मददगार साबित हो सकते हैं—

रोशन और साफ सुथरा हो घर का ईशान कोण

वास्तु के अनुसार, उत्तर पूर्वी दिशा को ईशान कोण कहते हैं। घर के ईशान कोण को हमेशा साफ-सुथरा और रौशन रखना चाहिए। घर का ईशान कोण साफ-सुथरा रहे तो पॉजिटिव एनर्जी का फ्लो बना रहता है।

बुद्ध की मूर्ति

घर में कलह क्लेश का माहौल को कम करने के लिए भगवान बुद्ध की मूर्ति रखें। भगवान बुद्ध की मूर्ति लिविंग एरिया या बालकनी में रखी जा सकती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, भगवान बुद्ध की मूर्ति रखने से घर में शांति बनी रहती है।

सेंधा नमक का इस्तेमाल

सेंधा नमक के इस्तेमाल से घर की पॉजिटिव एनर्जी को कम किया जा सकता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, नमक के इस्तेमाल से नेगेटिव एनर्जी दूर की जा सकती है इसलिए अपने घर या कमरे के सभी कोनों में सेंधा नमक का एक-एक टुकड़ा रख दें। याद रखें 1 महीने के बाद नमक को बदलकर नया टुकड़ा हर कोने में रखें।

दिशा का रखें ध्यान

कई बार वास्तु दोष के कारण भी घर की नकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है और लड़ाई झगड़े का कारण बनती है। इसलिए ध्यान रखें घर के ईशान कोण में कभी भी टॉयलेट न बनवाएं। दक्षिण पूर्व दिशा में किचन होना शुभ माना जाता है।

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